क्या आपने कभी ‘यथाशक्ति’, ‘प्रतिदिन’, ‘बेइज्जती’ या ‘आजन्म’ जैसे शब्दों के बारे में सोचा है? ये सभी शब्द हिंदी व्याकरण के अव्ययीभाव समास के बेहतरीन उदाहरण हैं। जैसा कि हमने 【समास किसे कहते हैं?】 वाले अपने मुख्य लेख में जाना, अव्ययीभाव समास के चार मुख्य भेदों में से पहला और एक बहुत ही महत्वपूर्ण भेद है।
इस लेख में, हम अव्ययीभाव समास को आपको परिभाषा, पहचान के 3 simple rules, और 30+ examples के साथ विस्तार से समझाएंगे। साथ ही, हम यह भी जानेंगे कि इसे तत्पुरुष समास से कैसे अलग पहचानना है।
अव्ययीभाव समास किसे कहते हैं? परिभाषा (Avyayibhav Samas Definition)
अव्ययीभाव समास की परिभाषा: जिस समास में पूर्वपद (पहला शब्द) प्रधान होता है और वह अव्यय (Indeclinable – जिसमें लिंग, वचन, कारक आदि के कारण कोई परिवर्तन नहीं होता) होता है, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
सरल भाषा में समझें:
- इसमें पूर्वपद हमेशा एक अव्यय (जैसे- यथा, प्रति, आ, बे, हर, अन्, सदा आदि) होता है।
- इस समास में उत्तरपद गौण (secondary) हो जाता है।
- विग्रह करने पर पूरा समस्तपद एक अव्यय (क्रिया विशेषण) का ही काम करता है।
उदाहरण के लिए:
‘प्रतिदिन’ शब्द लें। यह ‘प्रति’ (पूर्वपद) और ‘दिन’ (उत्तरपद) से मिलकर बना है। यहाँ ‘प्रति’ एक अव्यय है और यही प्रधान है। पूरा शब्द ‘प्रतिदिन’ एक क्रिया विशेषण की तरह काम करता है (जैसे: वह प्रतिदिन पढ़ता है)।
अव्ययीभाव समास की पहचान कैसे करें? (3 Simple Rules)
अव्ययीभाव समास को पहचानना बहुत आसान है अगर आप निम्नलिखित 3 simple rules याद रखें:
- Rule 1: पूर्वपद अव्यय होना चाहिए।
इसका मतलब है कि समस्तपद का पहला शब्द (पूर्वपद) ऐसा शब्द होना चाहिए जो कभी बदलता नहीं है। जैसे: यथा, प्रति, आ, बे, हर, अन्धा, सदा, नि: आदि। - Rule 2: पूर्वपद प्रधान होता है।
विग्रह करने पर आप देखेंगे कि अर्थ पर पूर्वपद का ही जोर रहता है। उत्तरपद का महत्व कम हो जाता है। ‘यथाशक्ति’ में ‘यथा’ (जैसा) प्रधान है, ‘शक्ति’ गौण है। - Rule 3: समस्तपद अव्यय का काम करता है।
अव्ययीभाव समास से बना हुआ समस्तपद हमेशा वाक्य में एक क्रिया विशेषण (Adverb) की तरह काम करता है। यह किसी क्रिया की विशेषता बताता है।
अव्ययीभाव समास के 30+ उदाहरण (Avyayibhav Samas Examples with Vigrah)
नीचे दी गई टेबल में अव्ययीभाव समास के 30+ उदाहरण विग्रह सहित दिए गए हैं। इन्हें ध्यान से देखें और समझें।
क्रमांक | समस्त पद | विग्रह | पहचान (पूर्वपद) |
---|---|---|---|
1. | यथाशक्ति | शक्ति के अनुसार | यथा (अव्यय) |
2. | प्रतिदिन | दिन-दिन, हर दिन | प्रति (अव्यय) |
3. | आजन्म | जन्म से लेकर | आ (उपसर्ग/अव्यय) |
4. | बेइज्जती | इज्जत के बिना | बे (अव्यय) |
5. | हररोज़ | हर रोज़ | हर (अव्यय) |
6. | अन्धाधुन्ध | अंधे की तरह धुंध | अन्धा (अव्यय) |
7. | सदैव | सदा ही के लिए | सदा (अव्यय) |
8. | निडर | डर के बिना | नि (उपसर्ग/अव्यय) |
9. | अधिकांश | अधिक अंश | अधिक (अव्यय) |
10. | ऊपरवाला | ऊपर वाला | ऊपर (अव्यय) |
11. | निःसन्देह | सन्देह के बिना | नि: (उपसर्ग/अव्यय) |
12. | यथासमय | समय के अनुसार | यथा (अव्यय) |
13. | प्रतिमाह | हर महीने | प्रति (अव्यय) |
14. | आमरण | मरण तक | आ (उपसर्ग/अव्यय) |
15. | बेघर | घर के बिना | बे (अव्यय) |
16. | हरसमय | हर समय | हर (अव्यय) |
17. | निर्भय | भय के बिना | नि: (उपसर्ग/अव्यय) |
18. | यथाविधि | विधि के अनुसार | यथा (अव्यय) |
19. | प्रतिवर्ष | हर साल | प्रति (अव्यय) |
20. | आकस्मिक | क्षण भर में | आ (उपसर्ग/अव्यय) |
अव्ययीभाव समास के प्रकार (Types of Avyayibhav Samas)
अव्ययीभाव समास को मुख्य रूप से उसके पूर्वपद में आने वाले अव्यय के आधार पर किया जा सकता है:
- संस्कृत के अव्ययों से बनने वाले: जैसे ‘प्रति’, ‘यथा’, ‘अनु’ से बने शब्द। उदाहरण: प्रतिदिन, यथाशक्ति, अनुचित।
- हिंदी/उर्दू-फारसी के अव्ययों से बनने वाले: जैसे ‘बे’, ‘हर’, ‘ऊपर’ से बने शब्द। उदाहरण: बेइज्जती, हरसमय, ऊपरवाला।
- उपसर्गों से बनने वाले: जैसे ‘आ’, ‘नि’, ‘सदा’ से बने शब्द। उदाहरण: आजन्म, निडर, सदैव।
अव्ययीभाव vs तत्पुरुष समास: मुख्य अंतर (Crucial Difference)
अव्ययीभाव और तत्पुरुष समास में अक्सर confusion होती है। इस table की मदद से आप इसे आसानी से समझ सकते हैं।
आधार | अव्ययीभाव समास | तत्पुरुष समास |
---|---|---|
प्रधान पद | पूर्वपद प्रधान होता है। | उत्तरपद प्रधान होता है। |
पूर्वपद की प्रकृति | पूर्वपद अव्यय होता है। (जैसे: यथा, प्रति) | पूर्वपद किसी भी तरह का शब्द हो सकता है। |
समस्तपद का प्रकार | समस्तपद एक अव्यय (क्रिया विशेषण) बनता है। | समस्तपद एक संज्ञा या विशेषण बनता है। |
विग्रह | विग्रह में पूर्वपद का भाव प्रधान रहता है। | विग्रह में उत्तरपद का भाव प्रधान रहता है। |
उदाहरण | प्रतिदिन (एक अव्यय है) | राजपुत्र (एक संज्ञा है) |
अभ्यास प्रश्न (Practice Questions)
- निम्नलिखित शब्दों का विग्रह करके समास का नाम बताइए:
- क) निःस्वार्थ
- ख) प्रतिवर्ष
- ग) भलामानस
- घ) अन्धाधुन्ध
- बताइए कि नीचे दिए गए शब्द अव्ययीभाव समास के उदाहरण हैं या नहीं:
- क) यथावत्
- ख) विद्यालय
- ग) बेचैन
- घ) माता-पिता
उत्तर:
- क) निःस्वार्थ -> स्वार्थ के बिना (अव्ययीभाव), ख) प्रतिवर्ष -> हर वर्ष (अव्ययीभाव), ग) भलामानस -> भला मानस (कर्मधारय समास), घ) अन्धाधुन्ध -> अंधे की तरह धुंध (अव्ययीभाव)
- क) हाँ, ख) नहीं (तत्पुरुष), ग) हाँ, घ) नहीं (द्वन्द्व)
निष्कर्ष (Conclusion)
अव्ययीभाव समास की पहचान करना वास्तव में बहुत आसान है। बस याद रखिए – “पूर्वपद अव्यय और प्रधान होगा।” जैसे ही आप किसी समस्तपद में ‘यथा’, ‘प्रति’, ‘बे’, ‘हर’ आदि देखें, समझ जाइए कि यह अव्ययीभाव समास ही है।
समास का यह भेद न केवल परीक्षा के लिए बल्कि हिंदी भाषा की सुंदरता को समझने के लिए भी जरूरी है।
आगे पढ़ें: समास के बारे में और अधिक जानने के लिए हमारा मुख्य लेख 【समास किसे कहते हैं? परिभाषा, भेद और उदाहरण】 जरूर पढ़ें। अगला भेद पढ़ने के लिए 【तत्पुरुष समास की संपूर्ण जानकारी】 पर जाएँ।